प्रदुषण क्या है(pradushan kya hai)

 हम आपको बताने वाले की प्रदुषण क्या है वायु जल मिटटी आदि का अवांछित द्रव्यों से दूषित होना जिसका सजियो प्रत्यक्ष रूप से विपरीत प्रभाव पड़ता है| तथा परिस्थितिक तंत्र को नुकसान द्वारा अन्य अप्रत्यक्ष पड़ता है |

Pollution(प्रदुषण): हमारी वाहनों तथा फेक्टरी और कारखानों से प्रदुषण हमारी हमारी सेहत पर बहुत हानिकारक होता है | जो मौजूद प्रक्रिया में प्रतिकूल परिवर्तन का कारण बनता है | जब ये अशुधिया पर्यावरण को प्रभावित करती है | तो हमें इसे हम पर्यावरण प्रदुषण कहते है|

 

प्रदुषण क्या है(pradushan kya hai)

प्रदुषण कैसे बढ़ता है(pradushan kaise hota hai): प्रदुषण हमारे गाड़ी और कारखानों व फैक्ट्री से बढ़ता है | ये हमारे लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होता है| इसे बीमारिया भी बहुत ज्यादा फैलाती है | प्रदुषण असर हमारे शारीर पर भी बहुत ज्यादा पड़ता है| ज्यादा बढ़ने  के कारण आदमी की मौत भी हो जाती है |गाड़ी तथा फैक्ट्रियो  से निकलने वाले  गैस के कारण (हवा) प्रदुषित मानव के घर से निकलने वाले कचड़े को नदियों में फेक दिया जाता है | जिससे जल प्रदुषण होता है लोगो के द्वारा बनाये गए फैक्टिरियो से निकलने वाले कचरे भी जमीन पर  भी प्रदुषण फैलता है |

प्रदुषण को कैसे रोके(pradushan ko kaise roke): धुम्रपान न करने से वायु प्रदुषण को कम करके पर्यावरण बचा से  सकते है आज भी प्रदुषण का सबसे बड़ा मुख्य कारण बढ़ते फैक्ट्रियो की संख्या भी है | वायु प्रदुषण के रोकने लिए अपने वाहनों से सही तरीके से सुरक्षित एवं सही से रखे समय-समय पर सर्विस कराते रहना चाहिए और प्रदुषण को जाच करवाते रहे| ऐसा करके आप पर्यावरण सुरक्षा में अपना निभा सकते है |


प्रदुषण का सबसे बड़ा स्रोत क्या है(pradushan ka sabse bada srot kya hai):  गाँव पालिकाओ से भूमि नाली द्वारा बस्तियों से निकलकर मैला एवं कचड़ा आदि नदी बड़े तालाबो तथा झीलों में फेक दिया जाता है | विश्व का सबसे बड़ा स्रोत बन जाता है |

 

प्रदुषण के 10 प्रकार कौन सी है( pradushan ke10 prakar kaun si hai):

प्रदुषण 10 प्रकार के निम्नलिखित है |

प्रदुषण के प्रमुख रूप में  वायु प्रदुषण, जल प्रदुषण, मिटटी प्रदुषण, प्रकाश प्रदुषण, प्लास्टिक प्रदुषण, कूड़े ध्वनी प्रदुषण, रेडियोधर्मी प्रदुषण, दृश्य प्रदुषण, थर्मल प्रदुषण, वाहन प्रदुषण, शामिल है

 

प्रदूषित वाला देश कौन सा है(pradushit vala kaun sa desh hai):

इन खोजो के अनुसार बांग्लादेश दुनिया का सबसे प्रदूषित देश है | (2021)-76% और

 प्रदुषण(pollution)-16,468,9383 है दुनिया का दूसरा सबसे प्रदुषण देश चाड है (2021)-75% 

और प्रदुषण (pollution)-16425859 है

 

प्रदुषण क्या है कितने प्रकार के होते है|(pradushan kya hai kitane prakar ke hote hai):

प्रदुषण 5 के प्रकार के निम्न है

  • वायु प्रदुषण(Air pollution)
  •  प्रकाश प्रदुषण(light pollution)
  • जल प्रदुषण(water pollution)
  • मिट्टी प्रदुषण(soil pollution)
  • ध्वनी प्रदुषण (noise pollution)

 

वायु प्रदुषण(air pollution): वातावरण में वायु प्रदूषित करना वायु प्रदुषण कहलाता है| जहरीला गैस और धुआ हवा में मिल जाती है| वायु प्रदुषण को जन्म देती है कार्बन मोनो आक्साइड और सल्फर डाई आक्साइड जैसी विभिन्न गैसे साँस लेने के लिए अत्यधिक जहरीली होती है |

वायु प्रदुषण(air pollution):


जल प्रदुषण(water pollution): जल प्रदुषण अशुद्धता अपिष्ठ विशातक पदार्थ आदि के निर्वहन जल प्रदुषण कहलाता है लोगो जल निकालो में कचड़ा,प्लास्टिक आदि फेकते है| परिणाम स्वरूप पानी उपयोग के लिए हानिकारक हो जाता है |

जल प्रदुषण(water pollution):


मिटटी प्रदुषण(soil pollution): जल और वायु की तरह मिटटी भी हमारी मूल्य आवश्यकता है | पेड़ पोधे हमारे लिए बहुत उपजाऊ है ये हमें ऑक्सीजन देने का प्रदान करता है ठोस कचड़े के कारण भूमि प्रदुषण होता है | नाले से बहने के कारण हमें बहुत हानिकारक पहुचता है | इन परत अथवा भूमि का निर्माण विभिन्न प्रकार सेलो से से होती है|

मिटटी प्रदुषण(soil pollution)


प्रकाश प्रदुषण(light pollution): किसी क्षेत्र केप्रकाश प्रदुषण में सबसे ज्यादा और जरुरत से ज्यादा रोशनी निकले के कारण प्रकाश प्रदुषण शहरो के क्षेत्रो में प्रकाश की वस्तुए के अत्यधिक उपयोग से उत्पन्न होता है |बिना जरुरत से अधिक प्रकाश का उत्पन्न करने वाली वस्तुओ से प्रकाश प्रदुषण में बढती है जिससे मानव जीवन में कई तरह की समस्याए होती है |जो जीवन के लिए काफी हानिकारक है |

 

ध्वनी प्रदुषण(noise pollution): पर्यावरण में बहुत प्रकार के प्रदुषण है | ध्वनी प्रदुषण उनमे से एक है और स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है ध्वनी प्रदुषण केवल मानव समाज के लिए खतरनाक नहीं है’ ये अन्य जीव जन्तुओ के लिए भी उतना ही घातक है  जिससे वन्य जीव जन्तुओ की आकर्षित होती है |

ध्वनी प्रदुषण जितना प्रभाव हमारी मानसिक एवं शारीरिक स्थिति पर पड़ता है | उससे कही ज्यादा हमारे वातावरण को प्रभावित करता है ध्वनी प्रदुषण उद्योग में लगी बड़ी मशीन और शादी,प्रचार प्रसार,त्यौहार, में साउंड, को कम में लेना,आदि के कारण ध्वनी प्रदुषण होता है |
 



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